Saturday 15 June 2013

ज्वलंत सवालों को हल नहीं किया तो उपवास बढ़ेगा आगे - अखिलेन्द्र

आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट

ज्वलंत सवालों को हल नहीं किया तो उपवास बढ़ेगा आगे - अखिलेन्द्र
किसान आयोग का हो गठन-अम्बावता
उपवास के समर्थन में पहुंचे किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता
     आइपीएफ संयोजक अखिलेन्द्र के उपवास का छंठा दिन
लखनऊ 15 जून 2013, खालिद मुजाहिद की मौत और गिरफ्तारी पर दर्ज एफआईआर की विवेचना तत्काल शुरू कराने, अवैध खनन पर रोक लगाने, स्मारक घोटालें मेें लोकायुक्त की संस्तुतियों को स्वीकार कर इसके दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने व सीबीआई जांच कराने और प्रदेश में किसान आयोग का गठन करने जैसे प्रदेश के ज्वलंत सवालों को यदि सरकार ने तत्काल हल नहीं किया तो यह दस दिवसीय उपवास आगे भी बढ़ सकता हैं। यह प्रतिक्रिया आज उपवास के छंठे दिन उपवास स्थल पर आयोजित पत्रकार वार्ता में आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक का0 अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने व्यक्त की। उन्होनें सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा कि वह प्रदेश की जनता को बताएं कि खालिद की मौत को लगभग एक माह हो रहें है बाबजूद इसके आजतक उसकी मौत और गिरफ्तारी पर दर्ज एफआईआर की विवेचना क्यों नहीं शुरू हुई। सरकार ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की धोषणा पर अमल करने के लिए केन्द्र पर क्यों नहीं दबाब कायम किया। उन्होनें कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश में सर्वोच्च और उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर चल रहा अवैध खनन आखिर कब तक बंद होगा एवं इसकी सीबीआई से जांच कब तक होगी और यह भी कि लोकायुक्त की संस्तुतियों के बाद भी अवैध खनन में लिप्त लोगों के विरूद्ध एफआईआर क्यों नहीं दर्ज हो रही है। उन्होनें कहा कि इस सरकार का रूख लोकतांत्रिक आंदोलनों और अनशन के प्रति संवेदनहीन हो गया है। अनशन के चैथे दिन ही कीटोन आने के बाबजूद पांचवे दिन प्रशासन द्वारा भेजे डाक्टरों के पास कीटोन चेक करने वाली किट ही नहीं थी। गौरतलब है कि प्रदेश में कानून के राज की स्थापना के लिए हो रहे इस उपवास का समर्थन सीपीआईएम, राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया), राष्ट्रवादी कम्युनिस्ट पार्टी समेत तमाम वाम-जनवादी ताकतों द्वारा किया जा रहा है।
        अखिलेन्द्र के उपवास का समर्थन करने आज भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता के नेतृत्व में सैकड़ों किसान विधानसभा के सामने उपवासस्थल पर पहुंचे। यहां हुई सभा को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता ने कहा कि किसानों के बकाए भुगतान और कर्ज को माफ करने की धोषणा के साथ सत्ता पर पहुंची यह सरकार आज किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। किसानों का आज भी करीब 6 हजार करोड़ बकाया है इस सरकार में एक तो आमतौर पर फसलों की सरकारी खरीद हुई नहीं और जो कुछ थोड़ी बहुत सरकारी खरीद हुई उसका भी भुगतान नहीं किया गया। किसानों के कर्ज तो माफ नहीं ही किए गए उलटे कर्ज वसूली के नाम पर उनका दमन हो रहा है। उन्होनें सरकार को उसका वायदा याद दिलाते हुए किसान आयोग के गठन की मांग की और कहा कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार ने अपने वायदें के अनुसार लागत मूल्य का पचास प्रतिशत जोड़कर फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य धोषित नहीं किया।
       राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष परवेज आफताब ने कहा कि यह सरकार प्रदेश में साम्प्रदायिक ताकतों को मजबूत करने में लगी है इसका एक मात्र काम हिन्दु-मुस्लिम में वैमनस्य फैलाकर राज करने का है। इसकी इन साम्प्रदायिक नीतियों का मुकाबला हम जनांदोलन से करेगें। नौजवानों के जुलूस के साथ पहुंचे सीपीएम राज्य कमेटी सदस्य और डीवीएफआई के प्रदेश सचिव का0 राधेश्याम वर्मा ने सरकार से मांग की कि उसे बिजली की बढ़ी दरें वापस लेनी चाहिए और रोजगार के सवाल हल करना चाहिए। राष्ट्रवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव व पूर्वमंत्री का0 कौशल किशोर, सीपीएम राज्य सचिव मण्ड़ल सदस्य का0 प्रेमनाथ राय, जिला सचिव का0 छोटेलाल, आइपीएफ के राष्ट्रीय प्रवक्ता एस. आर. दारापुरी, भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के भानुप्रताप सिंह, गंगा प्रसाद यादव ने अखिलेन्द्र के उपवासस्थल पर आयोजित सभा को सम्बोधित कर समर्थन व्यक्त किया। सभा का संचालन आइपीएफ के प्रदेश प्रवक्ता गुलाब चंद गोड़ ने किया।                                                                        (दिनकर कपूर)
                                            संगठन प्रभारी आइपीएफ उ0 प्र0।

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