Thursday, 29 August 2013

अवैध खननकर्ताओं ने भाकपा (माले) नेता पर किया हमला, आईपीएफ ने की निंदा



लखनऊ, 29 अगस्त 2013, अवैध खनन का विरोध करने पर भाकपा (माले) के राज्य समिति सदस्य का0 रमेश सिंह सेगंर पर प्राणधातक हमला करने वाले मडियांव के प्रधान की अभी तक गिरफ्तारी न होने की आल इण्डि़या पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने कड़ी निदां की है।

आइपीएफ के प्रदेश संगठन प्रभारी दिनकर कपूर ने आज जारी अपनी प्रेसविज्ञप्ति में माले नेता पर हुए हमले पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार से हमलावरों की अतिशीध्र गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सरकार अवैध खनन कर्ताओं को संरक्षण दे रही है इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले जनांदोलन के नेताओं, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों समेत ईमानदार अधिकारियों तक पर हमले हो रहे है। सरकारी संरक्षण में माननीय उच्चतम न्यायालय तक के आदेशों की अवहेलना कर सोनभद्र से लेकर मिर्जापुर, इलाहाबाद, बुदेलखण्ड़ समेत पूरे प्रदेश में अवैध खनन बदस्तूर जारी है। पूर्ववर्ती सरकार के जो सिंडीकेट अवैध खनन में लिप्त थे वह आज भी काली कमाई का अवैध धंधा जारी रखे हुए है। अवैध खनन के जरिए काले धन की अर्थव्यवस्था ने प्रदेश सरकार को कब्जे में ले लिया है।
उन्होंने बताया कि जून माह में आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने वाम-जनवादी दलों के समर्थन से किए अपने दस दिवसीय उपवास में अवैध खनन को प्रमुखता से उठाया था और इस सम्बंध में आइपीएफ ने जनहित याचिका भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की है। उन्होंने उम्मीद जताई की मुख्य न्यायाधीश की खण्डपीठ में लगी इस याचिका में शीध्र ही निर्णय आयेगा और अखिलेश सरकार का भी हर्श कर्नाटक की येदुरप्पा सरकार की तरह ही होगा। उन्होंने कहा कि इस अवैध खनन की अर्थव्यवस्था के खिलाफ प्रदेश में सभी वाम-जनवादी ताकतों को एक मंच पर आकर व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा।
(दिनकर कपूर)
संगठन प्रभारी
आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ),
उत्तर प्रदेश।

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