This blog has been devised to represent the activities of All India Peoples Front(R), a political party aiming at forging a political alternative comprising of progressive, secular and radical parties.
Sunday, 22 December 2013
Friday, 20 December 2013
Wednesday, 18 December 2013
अस्मिता की राजनीति असली संघर्षों से ध्यान बंटाती ह...
अस्मिता की राजनीति असली संघर्षों से ध्यान बंटाती ह...: अस्मिता की राजनीति असली संघर्षों से ध्यान बंटाती हैं: आनंद तेलतुंबड़े Posted by Reyaz-ul-haque on 2/23/2013 02:26:00 PM आनंद तेलतु...
Sunday, 1 December 2013
चीनी मिलों के निजीकरण का प्रयोग हुआ विफल दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में होगा प्रदर्शन
चीनी मिलों के निजीकरण का प्रयोग हुआ विफल
दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में होगा प्रदर्शन
सीपीएम, आइपीएफ, फारवर्ड ब्लाक की हुई बैठक
लखनऊ 30 नवम्बर। सरकार ने यदि गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान और किसानों के कर्जा माफी जैसी घोषणाओं पर अमल किया होता तो लखीमपुर में किसान को आत्महत्या न करनी पड़ती। आज भी सरकार इस पर कार्यवाही करने की जगह किसानों का दमन करने पर उतारू है। लखीमपुर में किसान की आत्महत्या और किसानों पर हुए गोलीकाण्ड पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए आज सीपीएम कार्यालय पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), आल इण्डिया पीपुल्स फ्रण्ट और फारवर्ड ब्लाक के नेताओं की बैठक में लिये गये राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि प्रदेश में इस समय गन्ना किसानों की हो रही बर्बादी के लिए सरकार की चीनी मिलों के निजीकरण करने की नीतियां जिम्मेदार हैं। सरकार को इस नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए और जो चीनी मिल मालिक 7 दिसम्बर तक मिलों को चालू न करें उनका अधिग्रहण कर उन्हंे तत्काल चालू कराना चाहिए और ऐसे मिल मालिकों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए। बैठक में चीनी मिलों को तत्काल चालू कराने, गन्ना किसानों का बकाया अविलम्ब भुगतान कराने, सरकार के वायदे के अनुरूप गन्ने की हर प्रजाति पर 50 रूपये प्रति कुंतल की मूल्यवृद्धि करने, लखीमपुर खीरी में आत्महत्या करने वाले किसान को 20 लाख रूपये मुआवजा देने व किसानों पर हुए गोलीकाण्ड की न्यायिक जांच कराने व इसे अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा प्रदेश के चीनी मिल मजदूरों का वेतन पुनरीक्षण तत्काल करने के सवालों पर दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इस सम्बन्ध में आज मुख्यमंत्री को संयुक्त ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।
बैठक में 20 नवम्बर की लखनऊ में आयोजित जन संघर्ष रैली की समीक्षा की गयी और इस रैली के बाद पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिकता विरोधी जन अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही बैठक में जनविरोधी आर्थिक नीतियों के खिलाफ मजदूरों के अधिकार के लिए 12 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित हो रही श्रमिक संगठनों की रैली का समर्थन किया गया।
बैठक में सीपीएम के राज्य सचिव का0 एस0पी0 कश्यप, आइपीएफ के प्रदेश संगठन प्रभारी दिनकर कपूर, फारवर्ड ब्लाक के राज्य सचिव शिव नारायण सिंह चैहान, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश महासचिव का0 बी0एल0 भारती, सीटू के राज्य सचिव का0 प्रेमनाथ राय उपस्थित रहे।
(शिवनारायण सिंह चैहान) दिनकर कपूर (एस0पी0 कश्यप)
मंत्री प्रदेश संगठन मंत्री मंत्री
फारवर्ड ब्लाक आइपीएफ सीपीएम
दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में होगा प्रदर्शन
सीपीएम, आइपीएफ, फारवर्ड ब्लाक की हुई बैठक
लखनऊ 30 नवम्बर। सरकार ने यदि गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान और किसानों के कर्जा माफी जैसी घोषणाओं पर अमल किया होता तो लखीमपुर में किसान को आत्महत्या न करनी पड़ती। आज भी सरकार इस पर कार्यवाही करने की जगह किसानों का दमन करने पर उतारू है। लखीमपुर में किसान की आत्महत्या और किसानों पर हुए गोलीकाण्ड पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए आज सीपीएम कार्यालय पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), आल इण्डिया पीपुल्स फ्रण्ट और फारवर्ड ब्लाक के नेताओं की बैठक में लिये गये राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि प्रदेश में इस समय गन्ना किसानों की हो रही बर्बादी के लिए सरकार की चीनी मिलों के निजीकरण करने की नीतियां जिम्मेदार हैं। सरकार को इस नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए और जो चीनी मिल मालिक 7 दिसम्बर तक मिलों को चालू न करें उनका अधिग्रहण कर उन्हंे तत्काल चालू कराना चाहिए और ऐसे मिल मालिकों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए। बैठक में चीनी मिलों को तत्काल चालू कराने, गन्ना किसानों का बकाया अविलम्ब भुगतान कराने, सरकार के वायदे के अनुरूप गन्ने की हर प्रजाति पर 50 रूपये प्रति कुंतल की मूल्यवृद्धि करने, लखीमपुर खीरी में आत्महत्या करने वाले किसान को 20 लाख रूपये मुआवजा देने व किसानों पर हुए गोलीकाण्ड की न्यायिक जांच कराने व इसे अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा प्रदेश के चीनी मिल मजदूरों का वेतन पुनरीक्षण तत्काल करने के सवालों पर दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इस सम्बन्ध में आज मुख्यमंत्री को संयुक्त ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।
बैठक में 20 नवम्बर की लखनऊ में आयोजित जन संघर्ष रैली की समीक्षा की गयी और इस रैली के बाद पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिकता विरोधी जन अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही बैठक में जनविरोधी आर्थिक नीतियों के खिलाफ मजदूरों के अधिकार के लिए 12 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित हो रही श्रमिक संगठनों की रैली का समर्थन किया गया।
बैठक में सीपीएम के राज्य सचिव का0 एस0पी0 कश्यप, आइपीएफ के प्रदेश संगठन प्रभारी दिनकर कपूर, फारवर्ड ब्लाक के राज्य सचिव शिव नारायण सिंह चैहान, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश महासचिव का0 बी0एल0 भारती, सीटू के राज्य सचिव का0 प्रेमनाथ राय उपस्थित रहे।
(शिवनारायण सिंह चैहान) दिनकर कपूर (एस0पी0 कश्यप)
मंत्री प्रदेश संगठन मंत्री मंत्री
फारवर्ड ब्लाक आइपीएफ सीपीएम
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